कॉलेज का पहला दिन था. आदत अनुसार कॉलेज में जल्दी पहुचकर सूरज मेन गेट के पास दोस्तों का इंतजार कर रहा था. तभी 5 नंबर की बस गेट के सामने आकार रुकी.
और उसमे से एक खूबसूरत लडकी उतरी जिसका गोरा रंग भूरी आंखे सुनहरे बाल होठों पर लाली देखकर. सूरज अपने होश खो बैठा. वह इतनी सुंदर थी की. अगर वो अयिने में देखले तो आईना भी जलन से टूट के चकना चूर हो जाये.
कुछ पल के लिए सूरज उसे बस देखता ही रहा. वह बस से उतरी उसके पीछे पीछे सूरज के दोस्त उतरे. वहाँपर कुछ देर के लिए.दोस्तों में गले मिलने का प्रोग्राम चला. क्योंकि सभी दोस्त बहुत दिनों बाद मिले रहे थे.
पर तब तक वह लड़की उसकी क्लास में जा चुकी थी.
सूरज को अब पता करना था. की वह लड़की कौनसे क्लास में पढ़ती है. इस कश मकश में उसका ध्यान क्लास में नहीं लग रहा था.
उसके बाद दोपहर को जब सूरज कैंटीन में खाना खाने गया. तब वही लडकी उसे एक कोने में अकेली लंच करती दिखी. उसने बड़ी हिम्मत करके.
उसके टेबल के नजदीक जाकर पूछा. क्या मै यहांपर बैठ सकता हु? फिर उस लडकी ने जो जवाब दिया. वह उसके मासूम और भोले चहरे के बिलकुल विपरीत निकला.
वह बोली बैठो ना ये कैंटीन मेरे बाप की थोड़ी ही है? जहाँ चाहे वह बैठो. इतना बोलकर फिर से खाना खाने में व्यस्त हो गई. सूरज ने थोडासा हीच किचाते हुए. उससे पूछा तुम्हारा नाम क्या है?
पर अब वह हँसते हंसते बोली नीलिमा. नीलिमा है मेरा नाम. मै बस देखना चाहती थी. की मेरे गुस्से पर तुम क्या प्रतिक्रिया देते हो.
क्योंकि मेरा स्पेशल सब्जेक्ट मनोविज्ञान है ना इसलिए. उसके बाद वह लंच टाइम होने तक. सूरज के साथ बाते करती रही. उस दिन से सूरज और नीलिमा रोज एक साथ समय बिताने लगे.
वह एक दुसरे के काफी अच्छे दोस्त बन गए थे. सूरज नीलिमा को बहुत पसंद करता था. और ये बात उसे बताना चाहता था.
पर उसे डर था की कही दोस्ती भी न टूट जाये. एक दिन सूरज श्याम को कॉलेज की जिम से लेट बाहर निकला था.
और उसी दिन नीलिमा बस स्टॉप पर अकेली खड़ी थी. शायद उसकी बस मिस हुए थी. उसे देखते ही सूरज ने उसके सामने बाइक ले जाकर खड़ी कर दी. और बोला आओ नीलिमा तुम्हे तुम्हारी सोसाइटी तक छोड़ दू.
अगली बस 1 घंटे बाद थी. इसलिए वह भी इनकार न कर सकी. और सूरज के एक बार कहने के साथही आकार बाइक पर बैठ गई. उस वक्त सूरज ने पक्का ठान लिया की आज वह नीलिमा को प्रोपोज जरुर करेगा.
इसलिए उसने रस्ते में एक कॉफ़ी शॉप पर बाइक रोक दी. नलीमा भी सूरज से बिना सवाल पूछे. उसके बाइक पार्क करने तक शॉप में जाकर बैठ गई.
उसके बाद अंदर जाते ही सूरज ने काउंटर पर दो कॉफ़ी आर्डर कर दी. और नीलिमा के बगल में जाकर बैठ गया.
थोडी देर तक दोनों एक लफ्ज भी नहीं बोले. बादमे सूरज ने धीरे से नीलिमा का हाथ अपने हाथ में लिया. और उसकी आँखों में आंखे डाल कर कहा i लव यू नीलिमा. मै तुम्हे बहुत चाहता हूँ.
जवाब में नीलिमा बोली तुमने सिर्फ तीन लफ्ज बोलने के लिए. पूरा साल मुझे इंतजार करवाया ना. मै भी तुमसे प्यार करती हूँ. इतना कहकर वह उसके सिने से लग गई. Cute And Romantic Heart Touching Love Story In Hindi